सामान्य डिस्क की रचना
रीढ़ की हड्डियां तिरछी डिस्कों द्वारा विभाजित होती हैं। एक सामान्य मेरूदण्ड कॉलम में 23 संधियुक्त डिस्क होती हैं। अंतःमेरूदण्डीय चक्रिकाएं या डिस्क आघाता अवशोषकों (शॉक एबसोर्बर) के रूप में कार्य करती हैं और हड्डियों को बिखरने से बचाती हैं।
मेरूदण्ड की चक्रिकाएं दो रीढ़ अंगों के बीच स्थित होती हैं। मेरूदण्ड की चक्रिकाओं या डिस्क के निम्न कार्य होते हैं -
• रीढ को टूटने से बचाने के लिए एक आघात अवशोषक
के रूप में कार्य करना
• रीढ़ के खण्ड को गत्यात्मकता प्रदान करना
• रीढ़ के खण्ड को स्थिरता प्रदान करना
• रीढ़ कॉलम को ऊंचाई प्रदान करना
चक्रिकाएं दो प्रकार के रेशों से बनी होती हैं:
• वलय रेशे
• केंद्रीय रेशे
वलय रेशा बाहरी परत का निर्माण करता है और यह बहुत ही मजबूत होता है। दूसरी ओर डिस्क का आंतरिक भाग एक मुलायम जेली की तरह की संरचना होती है जिसे न्युक्लियस प्लपोसस कहते हैं। वृद्ध होने की प्रक्रिया में डिस्क की जलीय सामग्री समाप्त हो जाती है और इसके कारण डिस्क के फाइबर में टूट-फूट हो जाती है। यह आंतरिक परत होती है।
अर्थात केंद्रीय पदार्थ होता है जो बढ़ जाता है जिसे सामान्यतः स्लिप्ड डिस्क के नाम से जाना जाता है।
डिस्क अंत्र वृद्धि (डिस्क हर्निएशन) क्या है?
डिस्क अंत्र वृद्धि का अर्थ है डिस्क का अपने औपचारिक स्थान से बाहर निकलना। डिस्क अंत्र वृद्धि के क्या कारण हैं?
- • आयु संबंधी विकार
- • ऐसो आरामपूर्ण जीवन शैली और डेस्क या कम्प्युटर संबंधी कार्य
- अचानक भार उठाना
- • अनुवांशिकीय प्रवृति
माइक्रोडिसेक्टोमी क्या है?
डिसेक्टोमी (डिस्क का अर्थ है वाशर, एक्टोमी का अर्थ है। हटाना) का अर्थ है डिस्क का हटाना। यदि बाहर निकली हुई डिस्क को माइक्रोस्कोप के माध्यम से निकाला जाता है तो इसे माइक्रोडिसेक्टोमी कहते हैं।
सामान्य डिस्क,अंत्र वृद्धि
डिस्क माइक्रोडिसेक्टोमी कैसे की जाती हैं?
माइक्रोडिसेक्टोमी प्रक्रिया में डिस्क और ड्युरा जैसी आंतरिक संरचनाओं को देखने के लिए एक विशेष माइक्रोस्कोप की आवश्यकता होती है। इसे सामान्य अनेस्थेसिया के अंतर्गत किया जाता है। रोगी को औंधा
लिटाया जाता है। पीठ के लिए सफाई और ड्रेपिंग की जाती है। डिस्क अंत्र वृद्धि के स्थान के अनुसार पीठ में एक चीरा लगाया जाता है। हड्डी का एक भाग निकाला जाता है। ताकि स्नायु के ठीक होने के लिए पर्याप्त स्थान मिल सके और फिर एक माइक्रोस्कोप के माध्यम से डिस्क के उभार को हटा दिया जाता है। इससे स्नायु जड़ों पर से दबाव हट जाता है और इसलिए इससे टांगों का दर्द तुरंत दूर हो जाता है।
माइक्रो डिसेक्टोमी सर्जरी के लाभ क्या हैं?
• यह न्यूनतम आक्रामक प्रक्रिया है और इसलिए त्वचा पर
छोटा चीरा लगाया जाता है। यह कॉस्मेटिक की दृष्टि से स्वीकार्य है; क्योंकि आसपास के ऊतकों को कम हानि होती है। इससे स्नायु जड़ों पर दबाव कम होता है और इस प्रकार फैलने वाला दर्द तुरंत ठीक हो जाता है। इसके दौरान अस्पताल में कम अवधि तक रहना पड़ता
• रोगी तुरंत काम और सामान्य गतिविधियां करने लग जाता है। रोगी सर्जरी के अगले दिन ही बैठ सकता है और चल सकता है।
प्राय पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या तुरंत सर्जरी करवाना आनिवार्य है?
तुरंत स्पाइन सर्जरी इन मामलों में आवश्यक है:
• टांगों में तेज दर्द जिससे नींद और जीवन की गुणवत्ता में बाधा आती है।
टांगों में कमजोरी
• आँतों/ब्लैडर की समस्याएं
लेकिन आदर्शतः डिस्क अंत्र वृद्धि प्रथम तीन महिने के दौरान करवाने से इसका अधिकतम लाभ प्राप्त होता है।
इस प्रक्रिया में क्या जोखिम और जटिलताएं हैं?
सामान्यतः यह एक बहुत ही सुरक्षित और न्यूनतम आक्रामक प्रक्रिया है लेकिन अनेस्थेसिया और सर्जरी के कारण कुछ समस्याएं आ सकती हैं जो निम्न हैं:
• अनेस्थेसिया के साइड प्रभावों के कारण दर्द, छाती की
समस्याएं, मिचली और उलटी आना।
• संक्रमण हो सकता है।
• चीरे के स्थान से खून निकल सकता है।
• घाव का खुल जाना।
ड्युरल टीयर हो सकती है जिसके कारण सीएसएफ में रिसाव हो सकता है।
आँत/ब्लैडर में जख्म हो सकता है या कोमल ऊतकों में जख्म हो सकता है।
• नशों की जड़ों को क्षति हो सकती है। लेकिन माइक्रोडिसेक्टोमी स्पाइन सर्जरी में ये समस्याएं केवल 1-2 प्रतिशत मामलों में दिखाई देती हैं।
सर्जरी के बाद कितना चीरा रह जाएगा?
यह एक न्यूनतम आक्रामक सर्जरी है। सामान्यत रोगी की पीठ में एक या डेढ़ इंच का चीरा लगाया जाता है।
क्या सर्जरी से पहले मुझे कोई जांच करवाने की आवश्यकता है?
हां, कुछ जांच होती हैं जिन्हें पीएसी (प्री अनेस्थेटिक चैक अप) कहा जाता है जिन्हें सर्जरी से पहले कराने की आवश्यकता है। ताकि अनेस्थेसिया टीम के द्वारा सर्जरी के लिए उपयुक्त घोषित किया जा सके।
इस ऑपरेशन की सफलता की दर क्या है?
माइक्रोडिसेक्टोमी सर्जरी की सफलता की दर लगभग 90 प्रतिशत से 95 प्रतिशत तक है। लेकिन 5 से 10 प्रतिशत रोगियों में भविष्य में डिस्क अंत्र वृद्धि होने की संभावना होगी
यदि मैं डिस्क को उपचार रहित छोड़ देता हूं तो क्या होगा?
निम्न के साथ साथ रीढ में विकृति आ जाती है:
• स्नायु जड़ों पर और अधिक दबाव बढ़ने से बेहद दर्द
होता है।
• ब्लैडर आँतों या/और सेक्सुअल दुष्क्रिया
• अपंग चाल, संतुलन में कमी
• जीवन की गुणवत्ता में कमी
यदि मैं डिस्क को ऐसे छोड़ देता हूं तो क्या मुझे लकवा हो जाएगा?
नहीं, संवेदनहीनता हो सकती है जिसके कारण शक्ति में कमी हो सकती है परंतु डिस्क अंत्र वृद्धि के कारण लकवाग्रस्त होने के संभावनाएं बहुत कम हैं।
सर्जरी की लागत कितनी होगी?
प्राय सर्जरी में 75,000 से 1.25 लाख रुपये का खर्च आता है। जो आपके द्वारा अस्पताल में लिए जाने वाले कमरे पर निर्भर है।
क्या यह प्रक्रिया बीमा पॉलिसी के अंतर्गत आती है?
हां, माइक्रोडिसेक्टोमी करवाने के लिए आप बीमा सुरक्षा ले सकते हैं। आप इसकी तसल्ली एक बार हमारी दखिला टीम/टीपीए डेस्क से कर सकते हैं। आप आपके बीमा कार्ड और पॉलिसी को अपने साथ ला सकते हैं।
क्या सर्जरी स्थानीय या सामान्य अनेस्थेसिया के अंतर्गत की जाएगी?
यह प्रक्रिया प्राय सामान्य अनेस्थेसिया के अंतर्गत की जाती है। सर्जरी के लिए कितने समय की आवश्यकता होती है? विभिन्न रोगियों में यह सर्जरी करने के लिए 45 से 60 मिनट लगते हैं।
मुझे अस्पताल में कितने समय के लिए रहने की आवश्यकता है?
सर्जरी से एक दिन पहले आपको अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता है ताकि हमारी टीम सभी अनिवार्य जांच कर सके। और आपकी सामान्य स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार आपको सर्जरी के दूसरे या तीसरे दिन छुट्टी दे दी जाएगी।
क्या इससे मेरा दर्द तुरंत चला जाएगा?
हां रेडीक्यूलर पेन जो आपकी टांगों में आ रहा था वह दबाव के दूर होते ही चला जाएगा परंतु आपकी पीठ का दर्द ठीक होने में 2 से 3 महीने तक लग सकते हैं।
मुझे कौनसे परहेज करने होंगे?
• सर्जरी के बाद छह महीने तक झुकने, उठाने या मुड़ने से परहेज। घाव की उचित देखभाल; घाव को टांकों के निकाले जाने तक सूखा और साफ रखें।
• सर्जरी के बाद 12 सप्ताह तक भारी वस्तुएं न उठाएं।
क्या मुझे ऑपरेशन के बाद सहायता या उपचार लेने की आवश्यकता है?
हां आपको फिजिकल थेरेपिस्ट के अंतर्गत शुरू में फिजिकल थेरेपी करवानी होगी। थेरेपिस्ट आपसे निम्न गतिविधियां करवाएगाः
• दैनिक जीवन की गतिविधियां जैसे लेटना, बैठना, खड़ा होना
सामान्य अनुकूलन अभ्यास गहरी सांस लेने का अभ्यास हल्का शरीर विस्तार करने का अभ्यास उचित स्थिरता की अवस्थिति को समझना
क्या मैं घर आकर स्नान कर सकता हूँ?
नहीं, आपको अपने घाव को सूखा और साफ रखना होगा इसलिए आप अपने आप को तौलिए से पौंछ सकते हैं परंतु आप नहा नहीं सकते। 2 सप्ताह बाद टांके निकालने के बाद उसके अगले दिन आप नहा सकते हैं, जिसके लिए डॉक्टर की अनुमति लेनी चाहिए।
मुझे सर्जरी के बाद कब वापिस अस्पताल आना होगा?
प्राय आपको सर्जरी के दो सप्ताह के बाद टांके निकलवाने के लिए अस्पताल आना होगा। यद्यपि आपको निम्न से यदि कोई भी लक्षण दिखाई देता है तो तुरंत डॉक्टर के पास आने की आवश्यकता होती है:-
• बुखार टांके लगे क्षेत्र के आसपास लाल होने पर या सोजन आने पर।
• टांके लगी जगह से खून निकलने पर
• तेज पीठ दर्द होने पर।
• टांगों में सुन्नता या सिरहन
क्या मैं सर्जरी के बाद ड्राइव कर सकता हूँ?
रोगी को डॉक्टर की अनुमति के बिना ड्राइव नहीं करना चाहिए। सामान्यतः आप सर्जरी के 1 महिने बाद चार पहियों का वाहन चला सकते हैं। दुपहिया वाहनों से बचना चाहिए।
मैं सर्जरी कब करवा सकता हूँ?
जब आप सर्जरी के लिए मानसिक रूप से तैयार हों, तो आप हमारी टीम के पास निम्न नम्बरों पर कॉल कर सकते हैं, ताकि आपके लिए ऑपरेशन थियेटर और कमरा बुक किया जा सके। आपको भर्ती करने और सर्जरी के लिए अस्थायी तिथियां प्रदान कर दी जाएंगी।
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